मोकामा से जनसुराज पार्टी के उम्मीदवार पीयूष प्रियदर्शी के समर्थक दुलारचंद यादव की हत्या और जेडीयू के बाहुबली नेता अनंत सिंह की गिरफ़्तारी के बाद इस इलाक़े में चुनाव पर इसके असर की चर्चा गरम है.
हालाँकि मोकामा के लोग ऐसी हत्याओं और विवादों से अक्सर दो-चार होते रहे हैं. इसके बावजूद मोकामा में राजनीतिक रूप से बहुत कुछ बदलता नहीं है. साल 2005 से अनंत सिंह को मोकामा में कोई हरा नहीं पाया है. जबकि इस दौरान विवाद और हिंसा की कई घटनाएं हुई हैं
पिछले हफ़्ते गुरुवार को दुलारचंद यादव की हत्या हो गई थी. दुलारचंद भी बाढ़ के टाल इलाक़े के बाहुबली नेता थे, जिन पर हत्या के कई गंभीर मामले चल रहे थे.
दुलारचंद यादव की हत्या के बाद इलाक़े में तनाव था और अगड़े बनाम पिछड़े की चर्चा ज़ोर पकड़ने लगी थी.
